महिलाओं का संघर्ष तो माँ की कोख से ही शुरु हो जाता है
महिलाओं ने स्वयं अपनी ‘आत्मनिर्भरता ‘ के अर्थ को केवल कुछ भी पहनने से लेकर देर रात तक कहीं भी कभी भी कैसे भी घूमने फिरने की आजादी तक सीमित कर दिया है। काश कि हम सब यह समझ पांए कि खाने पीने पहनने या फिर न पहनने की आजादी तो एक जानवर के पास … Continue reading महिलाओं का संघर्ष तो माँ की कोख से ही शुरु हो जाता है
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